कविता : समय

कविता : समय

 कविता : समय


समय बडा बलवान 

समय बडा बलवान 

समय समय पर ही देता है 

समय की सही पहेचान ||धृ||


जिस राह का तू हैं मुसाफिर 

मंजिल अपनी खुद पाना हैं 

कोईना होंगा सात तेरे 

समय की नजाकत जान ||१||


दुख से भरा जीवन सारा 

क्या हैं तेरा क्या हैं मेरा 

मन के भिंतर झांकले जरा

बस वहिं है निब्बाण ||२||


क्या तू लेकर आया है 

क्या तू लेकर जाये गा 

खाली हांत आया है खाली हांत जायेगा

रह जायेगा,बस यहि पर कमाया होगा धन ||३||


चारों ओर लगा रखा है 

ये सारे रिस्तों का मेला 

आया है तू अकेला जायेगा भी तू अकेला 

मोहमाया खत्म होंगी जब निकल जायेंगे प्राण ||४||


समय को तू यू ना गवांना

समय से ही नरेश चलता है जमाना 

अगर समय को समज तू लेगा 

समय होगा गती मान ||५||


         - कवि नरेश गंगाराम जाधव (भिवंडी)

मो.७५१७३८९७४६

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